अंकित आचार्य बोला- मां-बाप का ख्याल रखने के लिए सुशांत भइया स्टाफ को 1 लाख रु तक देते थे, भइया पर इंटरव्यू देने के बाद मेरी नौकरी चली गई
सुशांत सिंह राजपूत के पूर्व मैनेजर अंकित आचार्य का कहना है कि वो सुशांत को न्याय दिलाने की मुहिम में जुटे हुए हैं, इसलिए उनके वर्तमान बॉस ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है। उसने बताया कि सुशांत भइया अपने स्टॉफ को घर जाने के वक्त मां-बाप का ख्याल रखने के लिए 50 हजार से लेकर लाख रुपए तक देते थे। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में अंकित ने सुशांत समेत सैफ अली खान और करीना से जुड़ा अनुभव भी बताया। अंकित के मुताबिक सैफ बहुत गाली गलोज करते हैं। प्रस्तुत है अंकित से हुई बातचीत के प्रमुख अंश।
सवाल- रिया का क्लेम है कि सुशांत के उनके पिता के साथ संबंध अच्छे नहीं थे। कितनी हकीकत है इसमें?
अंकित- 'भइया अपने पापा से बातें तो करते थे। यह बात है कि 2019 से पहले उनके पापा कभी मुंबई नहीं आए। मगर फोन पर बातें तो हुआ करती थीं। हफ्ते में कितनी बार होती थीं, वह तो पता नहीं, मगर बातें होती तो थीं।'
सवाल- सुशांत अपने पापा के बारे में आप लोगों से या घर में किसी से क्या बातें करते थे?
अंकित- 'वो पापा को मिस करते थे। मम्मी को भी लगातार मिस करते थे। पापा से तो बातें होती ही थीं। फोन पर बातों के दौरान कभी झगड़ा वगड़ा नहीं हुआ था।'
सवाल- पिछले पांच-छह सालों में सुशांत कितना पटना आना-जाना करते रहे?
अंकित- 'एक बार तो गए थे। मुंडन करवाने के समय। मैंने तो एक ही बार देखा था।'
सवाल- आप लोगों को रिया की तरफ से कथित तौर पर नौकरी से हटाने का मामला अक्टूबर 2019 से हो रहा था? उस वक्त क्या सुशांत ने रिया को रोका था?
अंकित- 'वह मुझे तो मालूम नहीं। सितंबर में उनके यूरोप ट्रिप के दौरान मैं गांव चला गया था। उनके आने पर हमलोगों को निकाल दिया। मैंने पूछा भी कि भइया से बात करवाइए तो उन्होंने नहीं करवाई। जवाब मिला कि भइया बाहर गए हुए हैं, वो आएंगे तो बात कर लेना। बाद में भइया को कॉल किया और मैसेज भी तो लगा नहीं। मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था।'
सवाल- बाद में कभी उनके घर पर जाकर मिलने की कोशिश करते रहे? हटाने का रीजन पता चला?
अंकित- 'रीजन भी नहीं बताया। स्टाफ ने बताया कि मैडम से बात कर लो। बाद में पता चला कि मैडम रिया हैं। मिलने की कोशिश भी की थी मैंने, पर गार्ड बिल्डिंग में जाने नहीं देता रहा।'
सवाल- आप दो साल साथ रहे सुशांत के साथ। उस दौरान संदीप सिंह आए कभी?
अंकित- 'मैंने तो देखा नहीं कभी। सुना था केवल कि पवित्र रिश्ता के समय तक दोनों की दोस्ती थी। पर 2012 या 2013 के बाद से उनकी दोस्ती टूट गई थी।'
सवाल- दोस्ती टूटने के पीछे की वजह के बारे में कोई जानकारी?
अंकित- 'वजह तो नहीं मालूम। पर 2012-13 से लेकर और जब तक मैं सुशांत भइया के साथ था, तब तक तो मैंने कभी संदीप सिंह को आते नहीं देखा। हां, अब फोन पर बातें होती होंगी तो वो पता नहीं।'
सवाल- मर्डर के पीछे मोटिव होता है। आप को क्या लगता है क्या वजह होगी?
अंकित- 'यह तो पता नहीं। नीरज कभी बोलता है, जूस दिया 14 की सुबह। फिर बयान पलट देता है। मेरे ख्याल से तो 13 जून की रात ही भइया को मार दिया गया था। मगर नीरज, दीपेश वगैरह कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहे कि पार्टी हुई थी रात को।'
'जब मारा गया उन्हें, तो देखना चाहिए था न। नीरज वगैरह को एक्स्ट्रा पैसे भी देते थे घर जाने के वक्त। 50 हजार से एक लाख तक भी। पर 13 की रात को कोई मार कर चला गया पर आप लोग देखते तक नहीं।'
सवाल- पर पुराने कुक का कहना है कि पार्टी हुई नहीं?
अंकित- 'बयानों में बहुत उलटफेर है। क्राइम सीन पर मौजूद लोगों से कड़ी पूछताछ होनी चाहिए। मुझे तो 14 जून की दोपहर दो बजे इस वारदात का पता चला था। मैं 'सोन चिरैया' देख रहा था, जब मेरे एक दोस्त का मैसेज आया था। मैं फिर उनकी बिल्डिंग की तरफ गया। बाहर ही रहा, क्योंकि डर लग रहा था।'
सवाल- जिस बंदे ने आपको जान से मारने की धमकी दी, उसका नंबर सेव किया? एक्सेंट से कैसा लग रहा था वो, मुंबइया हिंदी बोल रहा था?
अंकित- 'नहीं। मैं काफी डर गया था। मैंने कॉल लॉग से नंबर ही डिलीट कर दिया था। एक इंटरव्यू में मैंने ये बात बोली भी थी। वो वैसे खड़ी हिंदी बोल रहा था। तू तड़ाक करते हुए। इंटरव्यू में मैंने ये बोला तो उसके बाद से कॉल्स आने बंद हो गए थे। पर भइया के लिए तो लड़ूंगा ही। वो कॉल दस से 15 दिन पहले आया था। वो कॉल 15 सेकेंड का था।'
सवाल- अभी कहां काम कर रहे हो आप?
अंकित- 'चैनलों पर इंटरव्यू देने के चलते मुझे काम से निकाल दिया गया। ठाणे के एक बिजनेसमैन हैं, वहां काम पकड़ा ही था। वो शायद डर गए होंगे कि पता नहीं सीबीआई वगैरह मुझसे पूछताछ करने लगे या आगे भी धमकी भरे कॉल्स आते रहे। वहां मैंने सात दिन काम किया। उसके पैसे मगर मिल गए मुझे।'
सवाल- सुशांत से पहले कहां काम करते थे?
अंकित- 'सैफ अली खान के स्पॉट बॉय का काम था। शूट पर उनके साथ जाया करता था। मगर उनकी गाली-गलौज के चलते दो साल बाद काम छोड़ दिया। मसाज भी करवाते थे मुझसे तो मां-बहन की गालियों से ही शुरूआत होती थी। थोड़े अजीब से थे।'
'करीना मैडम अच्छी थीं। टिप के तौर पर 500 रुपए दिया करती थीं। सुशांत भइया अपने स्टॉफ को घर जाने के वक्त मां-बाप का ख्याल रखने के लिए 50 हजार से लेकर लाख रुपए तक देते थे।'
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2EGs9dJ
Comments
Post a Comment
Thanks For Comment