एक ओर जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी अमेजन और फ्लिपकार्ट को टक्कर देने के लिए दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को आधिकारिक तौर पर लॉन्च करने की तैयारी में जुटे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसी खबर आ रही है कि रिलायंस जियो एक सुपर एप पर काम कर रही है, जो एक ही प्लेटफॉर्म पर 100 से अधिक सर्विस उपलब्ध कराएगी।
विशेषज्ञों के मुताबिक डाटा और वॉयस ट्रैफिक में अभूतपूर्व बढ़त हासिल करने के बाद जियो भारत में 30 करोड़ से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवाएं दे रही है। सुपर एप से रिलायंस को भारत का वीचैट बनाने में मदद मिलेगी, वो भी एक ऐसे बाजार में जहां स्नैपडील, पेटीएम, फ्रीचार्ज, फ्लिपकार्ट और हाइक जैसे प्लेटफॉर्म विफल हो गए हैं।
सीएमआर के इंडस्ट्री इंटेलीजेंस ग्रुप के प्रमुख प्रभु राम ने बताया कि जियो की सुपर एप रिलायंस को मजबूत स्थिति प्रदान करेगा। यह एप अपने मजबूत ईकोसिस्टम को अपने यूजर्स के साथ विभिन्न सर्विस के साथ जोड़ सकता है। टेनसेंट के स्वामित्व वाले वीचैट की तरह रिलायंस जियो एक सुपर एप लॉन्च करने की तैयारी में है, जिससे यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर सामान ऑर्डर कर सकेंगे और इन-एप पेमेंट सर्विस के जरिये बिल का भुगतान कर सकेंगे। कंपनी एक हाइब्रिड ईकोसिस्टम बनाने में जुटी है, जहां ग्राहक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही जगहों पर खरीदारी कर सकेंगे।
प्रभु राम ने आगे कहा कि रिलायंस जियो का सुपर एप अपने यूजर्स को ई-कॉमर्स, ऑनलाइन बुकिंग और भुगतान सभी की सुविधा एक ही स्थान पर उपलब्ध कराएगी। डेलॉइट इंडिया और रिटेल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक भारत सबसे तेजी से बढ़ता हुआ ई-कॉमर्स बाजार है, जो 2017 के 24 अरब डॉलर से बढ़कर 2012 में 84 अरब डॉलर होने का अनुमान है। टेलीकॉम के बाद अब रिलायंस जियो ई-कॉमर्स सेक्टर में तहलका मचाने की तैयारी में है।
पिछले साल नवंबर में मेक इन ओडिशा कॉनक्लेव में मुकेश अंबानी ने कहा था कि नया ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म पूरे देश में 3 करोड़ व्यापारियों के जीवन में बदलाव लाएगा, यह उन्हें बड़े कारोबारी घरानों और ई-कॉमर्स कंपनियों की तरह टेक्नोलॉजी की मदद से सभी काम करने में सक्षम बनाएगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक डाटा और वॉयस ट्रैफिक में अभूतपूर्व बढ़त हासिल करने के बाद जियो भारत में 30 करोड़ से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवाएं दे रही है। सुपर एप से रिलायंस को भारत का वीचैट बनाने में मदद मिलेगी, वो भी एक ऐसे बाजार में जहां स्नैपडील, पेटीएम, फ्रीचार्ज, फ्लिपकार्ट और हाइक जैसे प्लेटफॉर्म विफल हो गए हैं।
सीएमआर के इंडस्ट्री इंटेलीजेंस ग्रुप के प्रमुख प्रभु राम ने बताया कि जियो की सुपर एप रिलायंस को मजबूत स्थिति प्रदान करेगा। यह एप अपने मजबूत ईकोसिस्टम को अपने यूजर्स के साथ विभिन्न सर्विस के साथ जोड़ सकता है। टेनसेंट के स्वामित्व वाले वीचैट की तरह रिलायंस जियो एक सुपर एप लॉन्च करने की तैयारी में है, जिससे यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर सामान ऑर्डर कर सकेंगे और इन-एप पेमेंट सर्विस के जरिये बिल का भुगतान कर सकेंगे। कंपनी एक हाइब्रिड ईकोसिस्टम बनाने में जुटी है, जहां ग्राहक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही जगहों पर खरीदारी कर सकेंगे।
प्रभु राम ने आगे कहा कि रिलायंस जियो का सुपर एप अपने यूजर्स को ई-कॉमर्स, ऑनलाइन बुकिंग और भुगतान सभी की सुविधा एक ही स्थान पर उपलब्ध कराएगी। डेलॉइट इंडिया और रिटेल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक भारत सबसे तेजी से बढ़ता हुआ ई-कॉमर्स बाजार है, जो 2017 के 24 अरब डॉलर से बढ़कर 2012 में 84 अरब डॉलर होने का अनुमान है। टेलीकॉम के बाद अब रिलायंस जियो ई-कॉमर्स सेक्टर में तहलका मचाने की तैयारी में है।
पिछले साल नवंबर में मेक इन ओडिशा कॉनक्लेव में मुकेश अंबानी ने कहा था कि नया ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म पूरे देश में 3 करोड़ व्यापारियों के जीवन में बदलाव लाएगा, यह उन्हें बड़े कारोबारी घरानों और ई-कॉमर्स कंपनियों की तरह टेक्नोलॉजी की मदद से सभी काम करने में सक्षम बनाएगा।
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